भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
}}
{{KKShayar}}
*[[ढूँढते हो कहाँ उसे हर सू / नीरज गोस्वामी]]
*[[हमेशा बात ये दिल ने कही है / नीरज गोस्वामी]]
*[[ मंज़ूर है मुझे पर, किस जुर्म की सजा है / नीरज गोस्वामी]]
*[[ चाय की जब तेरे साथ लीं चुस्कियां / नीरज गोस्वामी]]