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राहुल शिवाय

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/* हिंदी ग़ज़लें */
* [[बता तो ये ज़मीं कैसे तुझे आज़ाद लगती है / राहुल शिवाय]]
* [[मिलाओ दिल से दिल को तुम यही सच्ची इबादत है / राहुल शिवाय]]
* [[मिलना-जुलना मनभर हो / राहुल शिवाय]]
* [[कभी सीने जो लगते थे गुले-गुलजार बन-बन के / राहुल शिवाय]]
* [[जो बुज़ुर्गों की किसी भी बात को सुनता नहीं / राहुल शिवाय]]
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