::(बादल भैया, जगमग तारे)
*[[बाल कविताएँ / भाग 20 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]
::( गुड़िया रानी , मुनिया रानी ,ओ मेरी मैया !, खेली ऐसी होली, हरियाली ने बौर सजाया)
*[[खेल-गीत (बाल कविताएँ) / भाग 21 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]
::( अक्कड़-बक्कड़ बम्बे बो, लाल बुझक्कड़ ,जब खेलने आए बच्चे )
*[[किताबें / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु']]
*[[जब सूरज जग जाता है / रामेश्वर काम्बोज ‘हिमांशु’]]
*[[बाल कविताएँ / भाग 20 / रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' ]]
::( गुड़िया रानी ,ओ मेरी मैया !, खेली ऐसी होली, हरियाली ने बौर सजाया)