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कनुप्रिया - दूसरा गीत / धर्मवीर भारती
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06:58, 2 जून 2020
सुनो ! सच बतलाना मेरे स्वर्णिम संगीत
इस क्षण की प्रतीक्षा में तुम
कब से मुझ में छिपे सो रहे
थे।
थे?
</poem>
Sharda suman
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