भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आज / साहिर लुधियानवी

313 bytes added, 09:21, 27 नवम्बर 2020
मैं तुम्हारा मुगन्नी, तुम्हारे लिए
जब भी आया नए गीत लाता रहूंगा
...................................................................
 
'''[[आज / साहिर लुधियानवी / सुमन पोखरेल|यस कविताको नेपाली अनुवाद पढ्नलाई यहाँ क्लिक गर्नुहोस्]]'''
 
</poem>
{{KKMeaning}}
Mover, Reupload, Uploader
10,372
edits