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|रचनाकार=अदम गोंडवी
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जो डलहौज़ी न कर पाया वो ये हुक़्क़ाम हुक्काम कर देंगेकमीशन दो तो हिन्दोस्तान हिंदुस्तान को नीलाम कर देंगे
ये बन्दे-मातरम का गीत गाते हैं सुबह उठकरसुरा व सुंदरी के शौक़ में डूबे हुए रहबर मगर बाज़ार में चीज़ों दिल्ली को रंगीलेशाह का दुगुना दाम हम्माम कर देंगे
सदन में घूस देकर बच गई कुर्सी तो देखोगेये वंदेमातरम् का गीत गाते हैं सुबह उठकर वो अगली योजना मगर बाज़ार में घूसखोरी आम चीज़ों का दुगना दाम कर देंगे
सदन को घूस देकर बच गई कुर्सी तो देखोगे
अगली योजना में घूसख़ोरी आम कर देंगे
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