भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

अम्मा / राम सेंगर

3 bytes added, 08:18, 31 जुलाई 2023
{{KKCatNavgeet}}
<poem>
जीने की जिदज़िद-सी है आई
अम्मा लेश नहीं डरती है।
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits