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नभ में बिखेरता
मधुमय चन्द्रिका।
163तुझमें प्राणबसे है मेरे ऐसेजैसे वंशी में तान,कंठ में गानआँखों में आँसू छिपेऐसे तुम मन में।-0-'''(27-02-2023)'''</poem>