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समुद्र और उसकी कविता / कार्लोस ओकेन्दो दे आमात / अनिल जनविजय
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05:36, 5 सितम्बर 2023
चित्र उकेरे
पक्षियों के गीतों के
और तुम्हारी उक्तियों से
समुद्र
भर गया
समुद्र
।
तुम्हारा भाग्य होगा अब एकदम शुभ्र
अनिल जनविजय
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