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आऊ ! आऊ !
अहिल्यै भेंडो बनाऊ ।
०००
(नोट- पं. बदरीनाथद्वारा सम्पादित पुस्तक [[पद्यसङ्ग्रह_/_सम्पादित_पुस्तक|पद्यसङ्ग्रह]] बाट भाषाका तत्कालिन मान्यतालाई यथावत राखी जस्ताको तस्तै टङ्कण गरी सारिएको)
................................................'''[[प्रभू जी, मुझे भेड़ बना दो / लक्ष्मीप्रसाद देवकोटा / सुमन पोखरेल| यहाँ क्लिक करके इस कविता का एक हिंदी अनुवाद पढ़ा जा सकता है।]]'''
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