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Kavita Kosh से
मेरी माँ, मेरे बाप!
क्या नहीं हो आप?
''(यह रचना 'वाणी प्रकाशन' से 1994 में प्रकाशित नागार्जुन की पुस्तक 'भूल जाओ पुराने सपने' से है)''
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