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<poem>
हरयाणे की बीरबानी
जमा गजब-सा ढावै
सारे काम करै तुरत
या लठ-सा गाड़े पावै

काटै न्यार फर्राटे तै
के मतलब थक जावै
एक हाथ म्है ठा बालक
गैरे दूसरे गेल्याँ लावै

घनी बी के कहूँ इब
करतब ख़ूब दिखावै
बबीता कदे कल्पना
कदे बणी साक्षी पावै

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
न्यू बोल हरयाणा चावै
आच्छे माड़े बख्त पड़े
सदा बेटी साथ निभावै॥

हरियाणे की बीरबानी
जमा गजब-सा ढावै
सारे काम करै तुरत
या लठ-सा गाड़े पावै
</poem>
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