गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
नज़्म का कोई सिरा मिले/ विनय प्रजापति 'नज़र'
103 bytes added
,
09:53, 28 दिसम्बर 2008
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=विनय प्रजापति 'नज़र'
}}
'''लेखन वर्ष: २००३ '''<br/><br/>
टूटा हुआ चाँद है मटमैली-सी रात में<br/>
Firstbot
बॉट
,
प्रशासक
,
सदस्य जाँच
,
प्रबंधक
,
widget editor
1,572
edits