गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
जब प्रश्न-चिह्न बौखला उठे / गजानन माधव मुक्तिबोध
No change in size
,
02:37, 6 जनवरी 2009
जीवन के प्रखर समर्थक-से जब प्रश्न चिन्ह
::::
बौखला उठे थे दुर्निवार,
तब एक समंदर के भीतर
रवि की उद्भासित छवियों का
Eklavya
397
edits
इस पृष्ठ को बेहतर बनाने में मदद करें!
लॉग इन करें
साइन अप करें