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तंग आ चुके हैं कश-म-कश-ए-जिन्दगी से हम / साहिर लुधियानवी
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18:59, 2 फ़रवरी 2009
हम ग़म-ज़दा हैं लाएं कहाँ से ख़ुशी के गीत<br>
देंगे वही जो पाएंगे इस जिन्दगी से हम
माल-ए-मोहब्बत - मोहब्बत का परिणाम
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