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Kavita Kosh से
* [[लोग टूट जाते हैं / बशीर बद्र]]
* [[जहाँ पेड़ पर चार दाने लगे / बशीर बद्र]]
* [[यूँ ही बेसबब ना न फिरा करो / बशीर बद्र]]
* [[कभी यूँ भी आ मिरी आँखों में / बशीर बद्र]]
* [[मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती / बशीर बद्र]]