भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
{{KKBhaktiKavyaKKGlobal}}{{KKBhajan|रचनाकार=गोस्वामी [[तुलसीदास (१४९७-१६२३; अंग्रेज़ी: Tulsidas)]]
}}
श्रीरामचन्द्र कृपालु भजु मन हरण भवभय दारुणम् ।<br>
नवकञ्ज लोचन कञ्ज मुख कर कञ्ज पद कञ्जारुणम् ॥ १॥<br><br>