भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
151 bytes removed,
08:53, 8 मई 2009
कवि: [[राजी सेठ]]{{KKGlobal}}[[Category:कविताएँ]]{{KKRachna[[Category:|रचनाकार=राजी सेठ]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~ बस्ते ही बचाते हैं टूटते हुए घर |संग्रह=}}
दरवाजे खुल चुके थे