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Kavita Kosh से
* [[मेरे दामन में काँटे हैं, मेरी आँखों में पानी हैं / श्रद्धा जैन]]
* [[है याद तुम्हारा कानों में, हौले से कुछ कह जाना / श्रद्धा जैन]]
* [[तेरे बगैर लगती है, अच्छी मुझे फ़िज़ाँ नहीं / श्रद्धा जैन]]
* [[जिस्म सन्दल, मिज़ाज फूलों का / श्रद्धा जैन]]
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