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मोहब्बत का निग़ार है नज़्म..... / हरकीरत हकीर
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05:52, 22 अगस्त 2009
चट्टानों पर लिखा इश्क का पैगाम है नज़्म
न भूले सदियों तक 'हकीर' वो इलहाम<ref>देववाणी</ref> है नज़्म
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Shrddha
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