भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

आपका अनुरोध

665 bytes added, 15:33, 7 अक्टूबर 2008
कविताकोश में ’देवराज ’दिनेश’ ’ जी की कमी खल रही है । ७०-८० के दशक में काफ़ी लोकप्रिय मंच के कवि श्री दिनेश जी की कविता
"भारत मां की लोरी" मस्तिष्क में अंकित सी है । पढना चाहूँगा । - अनूप भार्गव
 
नई कविता के प्रतिष्ठित कवि जगदीश गुप्त का जन्म १९२४ मॆं जिला हरदोई के शाहबाद कस्बे में हुआ। परिमल संस्था के संस्थापक सदस्य।
कविता-संग्रह : नाव के पाँव, शब्द दंश, हिम बिद्ध, युग्म
समीक्षा: नई कविता--स्वरूप और समस्याएँ।
नई कविता(आठ कविता) (आठ अंक) (1954 से 1969 के बीच)
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,637
edits