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|संग्रह=जवाहर टनल / अग्निशेखर
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<Poem>
छलनी छलनी मेरे आकाश के उपर से
बह रही है
स्मृतियों की नदी
ओ मातृभूमि!
क्या इस समय हो रही है
मेरे गांव में वर्षा
</poem>