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{{KKRachna
|रचनाकार=अली सरदार जाफ़री
|संग्रह=मेरा सफ़र / अली सरदार जाफ़री
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<poem>
कल एक तू होगी और इक मैं
कोई रक़ीबे-रफ़ीक़-सूरत१