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[[category: ग़ज़ल]]
<poem>
मातम न हो क्यों भारत में बपा दुनिया से सिधारे आज तिलक<ref >लोकमान्य बालगंगाधरतिलक</ref>
बलवन्त तिलक, महराज तिलक, आज़ादों के सरताज तिलक
जब तक वो रहे, दुनिया में रहा हम सब के दिलों पर ज़ोर उनका