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ग़ालिब
,* [[ज़िक्र उस परीवश का और फिर बयाँ अपना / ग़ालिब]]
* [[ज़ुल्मतकदे में मेरे शब-ए-ग़म का जोश है / ग़ालिब]]
Link to Diwan-e-Ghalib: http://www.columbia.edu/itc/mealac/pritchett/00ghalib/ghazal_index.html
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