भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatGeet}}
<poem>
आज बेटी जा रही है,
::::आज बेटी जा रही है।
'''रचनाकाल:(श्रीमती ’मंगला देवी’ के विवाह के अवसर पर) ड्रीमलेण्ड, कानपुर-१९४४
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits