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ये अगर चाहें तो फिर क्या चाहिये<br><br>
सोहबत-ए-रिन्दा रिन्दां से वाजिब है हज़र<br>
जा-ए-मै अपने को खेंचा चाहिये<br><br>
किस क़दर दुश्मन है देखा चाहिये<br><br>
अपनी रुस्वाई में क्या चलती है सइसअई<br>यार ही हंगामा आरा हंगामाआरा चाहिये<br><br>
मुन्हसिर मरने पे हो जिस की उमीद<br>
नाउमीदी उस की देखा चाहिये<br><br>
ग़ाफ़िल इन मह तलअतों महतलअतों के वास्ते<br>
चाहने वाला भी अच्छा चाहिये<br><br>
चाहते हैं ख़ूबरुओं को "असद"<br>
आप की सूरत तो देखा चाहिये<br><br>