भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
एक उदास, थका सा कमरा
कमरे की मेज़ पर
क़िताबों का ढ़ेरढेर
मार्खेज़ पर सवार
अमर्त्य सेन का न्याय का विचार