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घर की चौखट तक मेरा ही हुक़्म चलता है ’अमित’
मिल्कीयत<ref>जायेदाद</ref> छोटी सही लेकिन निज़ाम<ref>शासनव्यवस्था या प्रबन्धतन्त्र</ref> अपना भी है
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