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पुलिस फिरौती मांगे रे मितवा,शहर घिनौना लागे मितवा !
सुते पहरुआ,चोर -उचक्का -
रात -रात भर जागे मितवा !
दुर्जन मदिरा पान में पीछे -
संत -मौलवी आगे रे मितवा !!
कहे "प्रभात" सुनो भाई जनता -
भूखे लोग अभागे रे मितवा !!
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