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दिल ना-उम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है <br />
लंबी है गम की शाम, मगर शाम ही तो है<br />

ये सफ़र बहुत है कठिन मगर<br />
ना उदास हो मेरे हमसफ़र<br />

नहीं रहनेवाली ये मुश्किलें <br />
कि हैं अगले मोड़ पे मंज़िलें <br />
मेरी बात का तू यकीन कर, ना उदास ...<br />

ये सितम की रात है ढलने को <br />
है अन्धेरा गम का पिघलने को <br />
ज़रा देर इस में लगे अगर, ना उदास ...<br />

कभी ढूँढ लेगा ये कारवां <br />
वो नई ज़मीन नया आसमां <br />
जिसे ढूँढती है तेरी नजर, ना उदास ...
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