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हीर / पंजाबी

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हीर अक्खाँ जोगिया झूठ बोले<br>
कौं कौण विछड़े यार मिलावदाँईमिलावदाँ ई<br>
ऐसा कोई ना मिलया वें मैं ढूँढ थकी<br>
जेड़ा गया नूँ मोड़ लेयावँदाईलेयावँदा ई<br><br>
मेल रूहाँ दे अज़ल दे रोज़ होए<br>
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