गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
झूमती चली हवा याद आ गया कोई / शैलेन्द्र
No change in size
,
05:05, 28 फ़रवरी 2010
गर्दिशें ही गर्दिशें, अब हैं मेरे वास्ते
::::और
ऎसे
ऐसे
में मुझे फिर बुला गया कोई !
Sandeep Sethi
Delete, Mover, Uploader
894
edits