भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|भाषा=हिन्दी
|विषय=कविताएँ
|शैली=--
|पृष्ठ=१८२
|ISBN=--|विविध=--यह उमर ख़ैयाम की रुबाइयों का फ़ारसी से हिन्दी में अनुवाद है।
}}
* [[प्रिय बच्चन को / सुमित्रानंदन पंत]]