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अपनी धुन में रहता हूँ / नासिर काज़मी
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15:23, 14 मार्च 2007
तू जीवन की भरी गली<br>
मैं
जन्गल
जंगल
का रस्ता हूँ<br><br>
अपनी लहर है अपना रोग <br>
Lalit Kumar
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