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{{KKCatHimachal}}
<sort order="asc" class="ul">[[ऐ दिल नहीं ये मंज़िल रुकना यहां नहीं है / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]][[अगर आप होते भुलाने के क़ाबिल / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]][[हज़ार टुकड़े हों मगर चलो किसी तरह से भी / मधुभूषण शर्मा 'मधुर']][[आशिकी से बहुत हूं परीशां मगर / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[नहीं वाद कोई यहां निर्विवादित / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]
[[हसीन ख़ुद को शाम से जवां सहर से देखिए / मधुभूषण शर्मा 'मधुर' ]]