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Kavita Kosh से
मैं पागल हूँ, राजा, तुम मुझे भुला दो<br>
मैं बहुत दिनों से जाग रही हूँ राजा,<br>
बंसी बजवा कर मुझको जरा सुला दो।<br>v
वह राजा था हाँ, कोई खेल नहीं था,<br>
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