भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
जिसकी आँखों में सिर्फ पानी है
वो ग़ज़ल आपको सुनानी है
 
अश्क कैसे गिरा दूँ पलकों से
मेरे महबूब की निशानी है
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits