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नया पृष्ठ: अग्नि वर्षा है तो है हाँ बर्फबारी है तो है, मौसमों के दरमियाँ इक जं…
अग्नि वर्षा है तो है हाँ बर्फबारी है तो है,
मौसमों के दरमियाँ इक जंग जारी है तो है |
जिंदगी का लम्हा लम्हा उसपे भारी है तो है,
क्रांतिकारी व्यक्ति कुछ हो क्रांतिकारी है तो है |
मूर्ती सोने की निरर्थक वास्तु है उसके लिए,
मोम की गुडिया अगर बच्चे को प्यारी है तो है |
खूं- पसीना इक करके हम सजाते हैं इसे,
हम अफर कह दें कि यह दुनिया हमारी है तो है |
रात कोठे पर बिताता है कि होटल में कोई,
रोशनी में दिन कि मंदिर का पुजारी है तो है|
अपनी कोमल भावना के रक्त में डूबी हुई,
मात्र श्रद्धा आज भी भारत की नारी है तो है |
हैं तो हैं दुनिया से बे परवा परिंदे शाख पर,
घात में उनकी कहीं कोई शिकारी है तो है|
आप छल बल के धनी हैं जीतियेगा आप ही,
आपसे बेहतर मेरी उम्मीदवारी है तो है|
देश के सम्पन्नता कितनी बढ़ी है, देखिये,
सोचिये क्यों ? देश की जनता भिखारी है तो है |
दिल्लियों अमृतसरों की भीड़ में खोई हुई,
देश मे अपने कहीं कन्याकुमारी है तो है |
“एहतराम” अपने गजल-लेखन को कहता है कला,
आप कहते हैं उसे जादूनिगारी है, तो है |
मौसमों के दरमियाँ इक जंग जारी है तो है |
जिंदगी का लम्हा लम्हा उसपे भारी है तो है,
क्रांतिकारी व्यक्ति कुछ हो क्रांतिकारी है तो है |
मूर्ती सोने की निरर्थक वास्तु है उसके लिए,
मोम की गुडिया अगर बच्चे को प्यारी है तो है |
खूं- पसीना इक करके हम सजाते हैं इसे,
हम अफर कह दें कि यह दुनिया हमारी है तो है |
रात कोठे पर बिताता है कि होटल में कोई,
रोशनी में दिन कि मंदिर का पुजारी है तो है|
अपनी कोमल भावना के रक्त में डूबी हुई,
मात्र श्रद्धा आज भी भारत की नारी है तो है |
हैं तो हैं दुनिया से बे परवा परिंदे शाख पर,
घात में उनकी कहीं कोई शिकारी है तो है|
आप छल बल के धनी हैं जीतियेगा आप ही,
आपसे बेहतर मेरी उम्मीदवारी है तो है|
देश के सम्पन्नता कितनी बढ़ी है, देखिये,
सोचिये क्यों ? देश की जनता भिखारी है तो है |
दिल्लियों अमृतसरों की भीड़ में खोई हुई,
देश मे अपने कहीं कन्याकुमारी है तो है |
“एहतराम” अपने गजल-लेखन को कहता है कला,
आप कहते हैं उसे जादूनिगारी है, तो है |