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Kavita Kosh से
''' नंगी लड़की '''
बीच चौराहे पर लड़की
दिलचस्प किताब से
सारे जिल्द उतार
पन्ने-पन्ने सहर्ष उघार ,
यह जताकर इतरा रही थी
कि कपड़ों का कैदखाना उसे
उससे अधिक नंगी
लड़कियों के प्रति
भीड़ उसे
नज़रअंदाज़ न कर दे
गहरी चाल है
ताकि फैशन समाज में
भरपूर उड़ेल उड़ेला जा सके
यौनोन्माद