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दोस्त / इदरीस मौहम्मद तैयब

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उसकी गरदन के तिल से
मेरा याराना हो गया है
मैं कभी-कभी उसका अभि९वादन अभिवादन करता हूँ
लेकिन मैं कभी भी
भावविभोर होकर उसे सलाम नहीं ठोंकता ।
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