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ग़ालिब
,* [[तुम ना आये तो क्य सहर ना हुई / ग़ालिब]]
* [[तुम ना आये तो क्य सहर ना हुई / ग़ालिब]]
* [[फिर मुझे दीदा-ए-तर याद आया/ ग़ालिब]]
* [[नुक्तह-चीं है ग़म-ए दिल उस को सुनाए न बने/ ग़ालिब]]
* [[बाद मरने के मेरे घर से यह सामाँ निकला / ग़ालिब]]