भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

श्रद्धा जैन

116 bytes added, 13:17, 6 सितम्बर 2010
{{KKShayar}}
'''ग़ज़ल'''
* [[कीड़ा मीठे में पड़ते देखा है / श्रद्धा जैन]]
* [[काश बदली से कभी धूप निकलती रहती / श्रद्धा जैन]]
* [[वो सारे ज़ख़्म पुराने, बदन में लौट आए / श्रद्धा जैन]]
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
3,286
edits