Changes

माँ / रमेश तैलंग

90 bytes added, 08:31, 5 सितम्बर 2011
{{KKRachna
|रचनाकार=रमेश तैलंग
|संग्रह=इक्यावन बालगीत / रमेश तैलंग
}}
{{KKAnthologyMaa}}
{{KKCatBaalKavita}}
<poem>
माँ कितनी तकलीफ़ें झेल,
बांटे बाँटे सुख, सबके दुख ले ले।
दया-धर्म सब रूप हैं माँ के,
और हर रूप निराला है।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,328
edits