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* [[जीवन की सुनसान डगर में / कुमार अनिल]]
* [[होठों को सच्चाई दे / कुमार अनिल]]
* [[वो बहुत बेजुबान बेज़ुबान है लेकिन / कुमार अनिल]]
* [[बने हुए हैं इस नगरी में सब शीशे के घर लोगो / कुमार अनिल]]
* [[पालने से निकल के देखो तो / कुमार अनिल]]