गृह
बेतरतीब
ध्यानसूची
सेटिंग्स
लॉग इन करें
कविता कोश के बारे में
अस्वीकरण
Changes
पंख कटा मैं एक पखेरू / कुमार अनिल
3 bytes added
,
13:21, 22 नवम्बर 2010
मै काँटा हूँ दूर रहो तुम, मुझसे मत आँचल उलझाओ
पंख कटा
मई
मैं
एक पखेरू...
मुझसे मेरी बात न पूछो
Kumar anil
162
edits