भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
वो मेरा हो जाए तो / विज्ञान व्रत
Kavita Kosh से
वो मेरा हो जाए तो
एक दिन ऐसा आए तो
उसका दिल बहलाने में
मेरा जी भर आए तो
उससे नफ़रत है लेकिन
वो मेरा कहलाए तो
घर का मालिक अपने घर
मेहमाँ होकर आए तो
लमहे भर का कर्ज़ कोई
जीवन भर लौटाए तो