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शिलाएँ / हुम्बरतो अकाबल / यादवेन्द्र
Kavita Kosh से
ऐसा
बिलकुल नहीं है
कि गूँगी होती हैं शिलाएँ
बात बस,
इतनी है
कि वे ख़ामोशी से
अपना मुँह
बन्द रखती हैं।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : यादवेन्द्र