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सभी लोग और बाक़ी लोग / संजय चतुर्वेदी

सभी लोग बराबर हैं

सभी लोग स्वतंत्र हैं

सभी लोग हैं न्याय के हक़दार

सभी लोग इस धरती के हिस्सेदार हैं

बाक़ी लोग अपने घर जाएँ


सभी लोगों को आज़ादी है

दिन में, रात में आगे बढने की

ऐश में रहने की

तैश में आने की

सभी लोग रहते हैं सभी जगह

सभी लोग, सभी लोगों की मदद करते हैं

सभी लोगों को मिलता है सभी कुछ

सभी लोग अपने-अपने घरों में सुखी हैं

बाक़ी लोग दुखी हैं तो क्या सभी लोग मर जाएँ


ये देश सभी लोगों के लिये है

ये दुनिया सभी लोगों के लिये है

हम क्या करें अगर बाक़ी लोग हैं सभी लोगों से ज़्यादा

बाक़ी लोग अपने घर जाएँ।