बादळ पूत
पीय‘र खारो पाणी
बरसै मीठो
मांझळ रात
रोवै है समंदर
जुगां-जुगां सूं
थारी याद में
खिलै गुलमोहर
मै‘कै चमेली
बादळ पूत
पीय‘र खारो पाणी
बरसै मीठो
मांझळ रात
रोवै है समंदर
जुगां-जुगां सूं
थारी याद में
खिलै गुलमोहर
मै‘कै चमेली